Pages

Friday, June 15, 2012

बड़े काम का छोटा पुदीना

पुदीने का पौधा कहीं भी किसी भी जमीन, यहां तक कि गमले मेे भी आसानी से उग जाता है। यह गर्मी झेलने की शक्ति रखता है। इसे किसी भी ऊर्वरक की आवश्यकता नहीं पड़ती है। थोड़ी सी मिट्टी और पानी इसके विकास के लिए पर्याप्त हैं। पुदीना को किसी भी समय उगाया जा सकता है। इसकी पत्तियों को ताजा तथा सुखाकर प्रयोग में लाया जा सकता है।

यूं करें इस्तेमाल
सलाद में इसका उपयोग स्वास्थ्यवर्द्धक है। प्रतिदिन इसकी पत्ती चबाई जाए तो दंत क्षय, मसूढ़ों से रक्त निकलना, पायरिया आदि रोग कम हो जाते हैं। यह एंटीसेप्टिक जैसा कार्य करता है और दांतों तथा मसूढ़ों को जरूरी पोषक तत्व पहुंचाता है।

एक गिलास पानी में पुदीने की चार से पांच पत्तियां डालकर उबालें। ठंडा होने पर फ्रिज में रख दें। इस पानी से कुल्ला करने पर मुंह की दुर्गध दूर हो जाती है।

पुदीना कीटाणुनाशक है। यदि घर के चारों तरफ पुदीने के तेल का छिड़काव कर दिया जाए तो मक्खी, मच्छर, चींटी आदि कीटाणु भाग जाते हैं।

पुदीने की पत्तियों को पीसकर चेहरे पर लेप करने से, भाप लेने से, मुहांसे, चेहरे की झाइयों और दागों में लाभ 
होता है।

एक टब में पानी भरकर उसमें कुछ बूंद पुदीने का तेल डालकर यदि उसमें पैर रखे जाएं तो थकान से राहत मिलती है और बिवाइयों के लिए बहुत लाभकारी है।

पुदीने का ताजा रस क्षय रोग, अस्थमा और विभिन्न प्रकार के श्वास रोगों में बहुत लाभकारी है।

पानी में नींबू का रस, पुदीना और काला नमक मिलाकर पीने से मलेरिया के बुखार में राहत मिलती है।

हकलाहट दूर करने के लिए पुदीने की पत्तियों में काली मिर्च पीस लें तथा सुबह शाम एक चम्मच सेवन करें। 

हिचकी की शिकायत होने पर इसकी पत्तियों को चूसने से या इसके रस को शहद के साथ लेने से राहत मिलती है।

पुदीने की चाय में दो चुटकी नमक मिलाकर पीने से खांसी में लाभ मिलता है।

हैजे में पुदीना, प्याज का रस, नींबू का रस समान मात्रा में मिलाकर पिलाने से लाभ होता है। उल्टी-दस्त हैजा हो तो आधा कप रस हर घंटे के अंतराल पर रोगी को पिलाएं।

पुदीने का ताजा रस शहद के साथ सेवन करने से ज्वर दूर हो जाता है तथा न्यूमोनिया से होने वाले विकार भी नष्ट हो जाते हैं।

पेट में अचानक दर्द उठता हो, तो अदरक और पुदीने के रस में थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर सेवन करे। 

नकसीर आने पर प्याज और पुदीने का रस मिलाकर नाक में डाल देने से नकसीर के रोगियों को बहुत लाभ होता है।

No comments:

Post a Comment