Pages

Friday, April 8, 2011

बोन कमजोर ना कर दे फोन

अगर आप सोचते हैं कि बेल्ट पर सेलफोन लटकाने से आप पर उसका नेगेटिव इफेक्ट नहीं पड़ेगा, तो यह आपकी गलतफहमी है। दरअसल, पिछले दिनों आई एक स्टडी में बताया गया है कि बेल्ट पर लटका फोन भी हमारी हड्डियों को कमजोर कर सकता है।

आज सेलफोन हमारी जिंदगी का बेहद जरूरी हिस्सा बन गया है। अगर थोड़ी देर भी इसकी घंटी न बजे, तो कुछ अधूरा-सा महसूस करते हैं। लेकिन हर चीज की तरह इसके भी साइड इफेक्ट्स हैं। कुछ समय पहले बताया गया था कि सेलफोन को शर्ट या पैंट की पॉकेट में रखने से बॉडी पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में कुछ लोगों ने नया तरीका निकाला और इसे बेल्ट में कवर के सहारे लगाना शुरू कर दिया। हालांकि यह भी सेफ नहीं है और पिछले दिनों आई एक स्टडी में बेल्ट में फोन लगाने को भी खतरनाक बताया गया है।

स्टडी में कहा गया है कि जो लोग लगातार अपनी बेल्ट पर राइट साइड में सेलफोन लगाते हैं, उन्हें राइट हिप में बोन मिनरल कंटेंट (बीएमसी) और बोन मिनरल डेंसिटी (बीएमडी) कम हो जाती है। यह रिसर्च आर्जेन्टीना की एक यूनिवर्सिटी द्वारा की गई है। यूनिवर्सिटी के जर्नल में पब्लिश की गई स्टडी में बताया गया है कि सेलफोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक किरणें हड्डियों को इफेक्ट करती हैं। इस स्टडी से जुड़े सरावी बताते हैं, 'हमने जब कुछ लोगों पर रिसर्च की तो पता लगा कि बेल्ट की राइट साइड में सेलफोन लगाने वाले लोगों के राइट और लेफ्ट हिप्स के बीएमसी व बीएमडी में चेंज नजर आया।'

इस रिसर्च में 24 ऐसे पुरुषों को शामिल किया गया, जो सेलफोन इस्तेमाल नहीं करते, तो 24 पुरुष पिछले एक साल से सेलफोन का यूज करने वाले लिए गए। साथ ही, ये अपनी बेल्ट पर राइट साइड में मोबाइल लगाकर चलते हैं। उन लोगों का ड्यूल एनर्जी एक्सरे करने पर पता लगा कि सेलफोन इस्तेमाल करने वालों और इस्तेमाल नहीं करने वालों के बीएमसी व बीएमडी में काफी चेंज था। सेलफोन इस्तेमाल करने वालों की हिप बोन्स इस्तेमाल नहीं करने वालों के मुकाबले कमजोर पड़ गई थीं। वहीं, सेलफोन इस्तेमाल नहीं करने वालों का बीएमसी ज्यादा था। यही नहीं, सेलफोन इस्तेमाल करने वालों के राइट और लेफ्ट हिप्स के बीएमसी में भी चेंज पाया गया। हालांकि बेल्ट पर सेलफोन लगाने वालों पर टाइम फैक्टर की स्टडी भी की गई। दरअसल, उनके सेलफोन लगाने के घंटों के मुताबिक बीएमसी कम या ज्यादा पाया गया।

गौरतलब है कि इससे पहले आई स्टडीज में भी सेलफोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेज से बोन मिनरलाइजेशन कोखतरा बताया गया था। आजकल सेलफोन के बढ़ते इस्तेमाल को देखकर अगर यह कहा जाए कि बीएमडी पर नेगेटिवइफेक्ट का नतीजा ऑस्टियोपराइसिस हो सकता है , तो कुछ गलत नहीं होगा। आर्जेन्टीना यूनिवर्सिटी की इस स्टडी में भीसेलफोन से हड्डियों को होने वाले नुकसान की बात की गई है। रिसर्चर सरावी का मानना है कि उनके नतीजे काफी हद तकठीक हैं। हालांकि इसकी और डिटेल में जाने के लिए फॉलो अप स्टडी की जरूरत पड़ेगी।

सरावी का यह भी कहना है कि महिलाओं में ऑस्टियोपराइसिस की प्रॉब्लम ज्यादा होती है। जबकि बच्चे सेलफोन कोलेकर बेहद क्रेजी रहते हैं। ऐसे में महिलाओं और बच्चों पर भी सेलफोन के इफेक्ट पर स्टडी किए जाने की जरूरत है।

तो उम्मीद है कि अब आप सेलफोन का इस्तेमाल सोच समझ कर किया करेंगे !

No comments:

Post a Comment