आमतौर पर लोगों को इस बीमारी के बारे में अधिक जानकारी नहीं है। घंटों कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करने वालों में आंख संबंधी परेशानियां बढ़ रही हैं। आई स्पेशलिस्ट डॉ. मनोज राय मेहता के अनुसार अस्पतालों में इस बीमारी के ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। आंखों के 50 में से पांच मरीज इस बीमारी के पाए जाते हैं।
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम
रोज दो या इससे अधिक घंटों तक कंप्यूटर का इस्तेमाल करने पर होने वाली आंखों की तकलीफ को कंप्यूटर विजन सिंड्रोम कहते हैं। कंप्यूटर पर ज्यादा समय तक बैठने से आंखों में सूजन, लाल होना, धुंधलापन और जलन प्रमुख समस्या है। विशेषज्ञों का मानना है इस प्रकार की समस्या से दूर रहने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में काम के दौरान ब्रेक देकर आंख को आराम देना चाहिए।
कारण
आंख में दृष्टिदोष रहने पर भी चश्मा नहीं लगाना।
बहुत नजदीक से कंप्यूटर स्क्रीन को देखना।
एक ही अवस्था में कंप्यूटर पर लंबे समय तक बैठना।
कंप्यूटर के अक्षरों के पिक्सल केंद्र में अधिक तेज व किनारों पर कम तेज होता है। इसके कारण उन पर फोकस करना बहुत मुश्किल होता है। फोकस करने से आंख में दबाव पड़ता है। इससे आंखों में दर्द, जलन एवं थकान महसूस होती है।
कंप्यूटर स्क्रीन को बिना पलक झपकाए लंबे समय तक देखने से आंख में सूखापन होता है।
लंबे समय तक सूखापन रहने से आंख लाल, आंख में चुभन जैसी तकलीफ शुरू हो जाती है।
लक्षण
आंख का सूखापन व धुंधला दिखना।
आंख लाल रहना और उनमें जलन होना।
तेज रोशनी में तकलीफ होना।
सिर दर्द, गर्दन एवं पीठ में दर्द।
आंखों में दर्द व भारीपन महसूस होना।
बार-बार आंख से पानी निकलना।
आंख में पदार्थ का जमा हो जाना।
कैसे करें बचाव
कंप्यूटर स्क्रीन से आंख की कम से कम 25 इंच दूरी रखें।
कंप्यूटर स्क्रीन का बीच वाला हिस्सा आंख के समानांतर से लगभग दो इंच नीचे रखें।
मॉनीटर के निचले हिस्से के बजाए उसके ऊपरी हिस्से को आंखों से थोड़ा दूर रखें।
जब भी इंटर बटन या माउस क्लिक करें, पलकें एक बार जरूर झपकाएं।
कंप्यूटर स्क्रीन पर प्रत्यक्ष रोशनी से बचें।
बाहर की रोशनी से बचने के लिए ब्लाइंड्स, शेड्स और पर्दे का प्रयोग करें।